Monday, May 26, 2008

Phoenix यान मंगल पर उतरा



आज भारत के सुबह ६:२३ पर NASA के Pheonix यान ने मंगल से रेडियो द्वारा अपने कुशलतापूर्वक उतरने की पुष्टि की। यह यान ४ अगस्त, २००७ पृथ्वी से छोडा गया था और नौ महीनों की ६८ करोड़ की.मी. लंबी यात्रा के बाद कल मंगल के उत्तरी ध्रुव पर पहुंचा। ३६३ किलोग्राम वजन के इस अन्तरिक्ष यान को ग्रह की सतह पर साबुत उतारने का कठिन काम कैलिफोर्निया की जेट प्रोपल्शन लैबोरेटरी (JPL) से किया गया। आज तक JPL ने कुल तीन नरम लैंडिंग (Soft Landing) की है। यान उतरने का एक चलचित्र आप यहाँ देख सकते है

NASA की Phoenix वेबसाइट पर इस मिशन का यह संक्षिप्त वर्णन दिया गया है.


Launched in August 2007, the Phoenix Mars Mission is the first in NASA's Scout Program. Phoenix is designed to study the history of water and habitability potential in the Martian arctic's ice-rich soil.


इसके अनुसार यह यान अगले ३ महीनों तक मंगल के ध्रुवीय क्षेत्र में जमी बर्फ का अध्ययन करेगा। ध्रुवीय क्षेत्र इस ग्रह की एकमात्र ऐसी जगह है जहाँ पानी के किसी भी रूप से प्रत्यक्ष संपर्क सम्भव है। यान की रोबोटिक भुजा मे लगे यंत्रों से उसके आस पास की मिटटी और बर्फ के नमूने लिए जायेंग। यहाँ की बर्फ का अनुमानित तापमान -९०° C तक होता है। मंगल के ध्रुव का एक काल्पनिक चित्र आप देख सकते है. यान से आने वाली ताजी जानकारी और चित्रों के लीए यह कड़ी देखें.


यह मिशन इसलिए भी विशेष है क्योंकि यह एक विश्वविद्यालय (University of Arizona) द्वारा समन्वित है और इसमें 25 M.Sc. छात्रों का योगदान है.

Saturday, May 10, 2008

Lunar Occultation of Mars

आज (१०.मई.२००८) शाम को आप आकाश में एक सुंदर परन्तु क्षणिक घटना देख सकते है। यह है मंगल का चंद्र के द्वारा प्रच्छादन (occulation)। यह चंद्र के पृथ्वी और मंगल के बीच आने के कारण होता है। जब कोई भी खगोलीय पिंड किसी दुसरे पिंड को हमारी दृष्टि से ढक देता है तो ईस घटना को प्रच्छादन कहते है। पिछले कुछ महीनों से मंगल हमारे संध्या के आकाश का एक सदस्य एक बना हुआ है। इसे वर्तमान में मिथुन (gemini) के पास देखा जा सकता है। आज चाँद अपनी कक्षा में घुमते हुए पृथ्वी और मंगल के बीच आ जायेगा और कुछ समय के लिए हमारी दृष्टी से ओझल हो जाएगा।

यहाँ नीचे भारत के कुछ स्थानों से इसके दिखाई देने की समय-सूची दी जा रही है। अपने सबसे निकट के स्थान के समय के अनुसार आप ईसे देख सकते है। दिया गया समय मंगल के चाँद से प्रथम स्पर्श (first contact) का है (काल्पनिक चित्र देखिये)। इसके बाद १०-१२ सेकंड के भीतर मंगल पूरी तरह से ढक जाएगा और एक घंटे तक चाँद के पीछे रहेगा। उत्तर भारत मे इस घटना की अवधी इतनी ही है परन्तु दक्षिण मे मंगल को फ़िर से दिखने के लीए सवा एक घंटा लग सकता है। नीचे "ऊँचाई" का अर्थ है क्षितिज से मंगल की कोणीय दुरी।


स्थान IST समय Altitude
Location h m s ऊँचाई

Agra 19 44 20 56°
Amritsar 19 34 07 60°

Bangalore 20 03 24 49°
Chennai 20 05 57 46°

Dehra Dun 19 32 00 56°
Hyderabad 19 57 13 51°

Indore 19 45 10 57°
Jaipur 19 40 08 59°

Kolkata 20 06 46 41°
Lucknow 19 50 22 52°

Mumbai 19 46 39 59°
Naini Tal 19 45 42 54°

New Delhi 19 41 37 57°
Nanded 19 52 39 55°

Pune(IUCAA) 19 48 42 58°

ईस घटना को आप अवश्य देखें और आपके अवलोकन हमे email से भेजे।


अद्यतन (Update):
हमने हमारे कुछ साथियों के साथ यह प्रच्छादन देखा। इसके लिए हमने एक १४ इंच आकार की दूरबीन का उपयोग किया। IUCAA, पुणे, माहाराष्ट्र से उतारा हुआ, मंगल के बाहर आने का एक चलचित्र आप यहाँ देख सकते है

Thursday, April 17, 2008

Lyrids (लिरिड्स) '08

लिरिड्स (Lyrids) यह एक उल्का वर्षाव का नाम है। इसका जनक Thatcher (C/1861 G1) नाम का एक धूमकेतु (Comet) है। इसे हर साल एप्रिल क महीने में देखा जाता है, जब पृथ्वी अपनी कक्षा मी घुमते हुए ईस धूमकेतु के छोड़े हुए मलबे में से गुजरती है। इसके पत्थर के टुकड़े हमारे वातावरण से टकराकर तप्त हो जाते है और उनसे हमे प्रकाश निकलता दिखाई देता है। तब यह टुकड़े उल्का या 'टूटता तारा' के नाम से पुकारे जाते है।

ईस वर्ष यह वर्षाव २२ तारीख को दिखाई देगा। २१ एप्रिल की रात और २२ एप्रिल की सुबह के दौरान इसका सबसे तीव्र रूप देखा जा सकता है। दुर्भाग्य से २० तारीख को पूर्णिमा होने के कारण चाँद की रोशनी बहुत तेज होगी। इससे हमे मंद उल्काए नहीं दिखेंगी और अक्सर गिना जाने वाला उल्काओं का घंटे का दर बहुत कम रहेगा।

Tuesday, April 1, 2008

April 2008: Sky Events

ईस Gregorian महीने की शुरुवात मे भारतीय चैत्र का महीना चल रहा है। चित्रा यानी Spica (α Virginis) इस तारे के मध्य रात्रि को Meridian के पास होने की वजह से यह नाम पडा है। यह नक्षत्र कन्या (Virgo) इस तारो के आकार का सबसे उज्जवल तारा हैं । ६ तारीख की अमावस्या होने तक चैत्र जारी रहेगा । इसके बाद वैशाख महीने का प्रारम्भ होगा।

इस महीने की कुछ महत्वपूर्ण घटनाएँ :
तिथीघटना
04 शुक्र चंद्र के ४.२° दक्षिण की ओर Venus 4.2°S of Moon
05 बुध चंद्र के ५.२° दक्षिण की ओर Mercury 5.2°S of Moon
06 अमावस्या New Moon
12 मंगल चंद्र से १.२° दक्षिण की ओर Mars 1.2°S of Moon
12 पुनर्वसु चंद्र से ३.९° उत्तर की ओर Pollux 3.9°N of Moon
15 मघा चंद्र से 0.९° उत्तर की ओर Regulus 0.9°N of Moon
16 शनि और चंद्र मे २.4° Saturn 2.4°N of Moon
19 चित्रा चंद्र से २.२° उत्तर की ओर Spica 2.2°N of Moon
20 पूर्णिमा Full Moon
22 लिरिड्स उल्का वर्शाव Lyrids meteor shower
23 ज्येश्ठा चंद्र से ०.३° उत्तर की ओर Antares 0.3°N of Moon
27 गुरु और चंद्र पास पास (२.७°) Jupiter 2.7°N of Moon

लिरिड्स (Lyrids) उल्का वर्शाव के बारे मे विस्तार मे जानकारी के लीए यहाँ देखिये

Sky-Wise


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आपका स्वागत है !

Today we start this series of Astronomy articles in various Indian languages. They are related to the Sky and intend you to get Wiser about the celestial happennings. There are many blogs about this, but we add the Indian touch. All information and data will be given in Indian Standard Time. Events will be described as seen from various places in the Latitude boundaries of India. Thanks to Google tech, we will be able to write in Hindi, Marathi and Bengali. Any authors interested in contributing in other languages may contact us.

यह Blog विशेषतः भारतीय पाठको के लिए है जिन्हे अंतरिक्ष के बारे मे जानने मे रुची ही। यहाँ दी जाने वाली सारी जानकारी भारतीय संदर्भ मे होगी। अभी हम केवल हिन्दी, मराठी और বাংলা मे भाषांतर करने मे सक्षम है।

Most people are free to use the information to get friendly with the skies. But anyone, having anything to do with astrology (ज्योतीष्शास्त्र), is not allowed to use this information or our names. Note that although we start this on April 1, this is NOT for Fools !

Wish you Clear Skies & Full Minds...