लिरिड्स (Lyrids) यह एक उल्का वर्षाव का नाम है। इसका जनक Thatcher (C/1861 G1) नाम का एक धूमकेतु (Comet) है। इसे हर साल एप्रिल क महीने में देखा जाता है, जब पृथ्वी अपनी कक्षा मी घुमते हुए ईस धूमकेतु के छोड़े हुए मलबे में से गुजरती है। इसके पत्थर के टुकड़े हमारे वातावरण से टकराकर तप्त हो जाते है और उनसे हमे प्रकाश निकलता दिखाई देता है। तब यह टुकड़े उल्का या 'टूटता तारा' के नाम से पुकारे जाते है।
ईस वर्ष यह वर्षाव २२ तारीख को दिखाई देगा। २१ एप्रिल की रात और २२ एप्रिल की सुबह के दौरान इसका सबसे तीव्र रूप देखा जा सकता है। दुर्भाग्य से २० तारीख को पूर्णिमा होने के कारण चाँद की रोशनी बहुत तेज होगी। इससे हमे मंद उल्काए नहीं दिखेंगी और अक्सर गिना जाने वाला उल्काओं का घंटे का दर बहुत कम रहेगा।
ईस वर्ष यह वर्षाव २२ तारीख को दिखाई देगा। २१ एप्रिल की रात और २२ एप्रिल की सुबह के दौरान इसका सबसे तीव्र रूप देखा जा सकता है। दुर्भाग्य से २० तारीख को पूर्णिमा होने के कारण चाँद की रोशनी बहुत तेज होगी। इससे हमे मंद उल्काए नहीं दिखेंगी और अक्सर गिना जाने वाला उल्काओं का घंटे का दर बहुत कम रहेगा।
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